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  • Democracy

    फिलिपिन्स के तूमनदोक समुदाय का संघर्ष और उनकी आकांक्षायें

    February 17, 2021 / 0 Comments

    लगातार बढ़ते उत्पीड़न और आतंक का सामना करते हुए फिलीपींस का तूमनदोक जन समुदाय उन तमाम विकास परियोजनाओं का प्रतिरोध-विरोध कर है जो न केवल उनके आजीविका साधनों-संसाधनों को नष्ट कर रहा है, बल्कि समूची जीवन शैली को भी ।

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    Surya Kant Singh

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    April 19, 2020
  • Democracy,  Religion

    कोलकाता का यह संग्रहालय कला की चिकित्सीय शक्ति को दर्शाता है

    January 6, 2021 / 0 Comments

    बंगाल का एक संग्रहालय, विभाजन के ऐतिहासिक आघात का सामना करने में कैसे मदद कर सकता है? भारत और पाकिस्तान में आज की नाराज़गियां और तनाव 1947 से अब तक के फैले हुए, लंबे और अपीरिक्षित इतिहास से पैदा हुई हैं। यह संग्रहालय अपने आगंतुकों को अपनी साझा विरासत को फिर से खोजने के लिए आमंत्रित करके, सांप्रदायिक-राष्ट्रवादी बयानबाज़ी के परे जाकर, अतीत की सच्चाई का सामना करने में मदद कर सकता है।

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    Surya Kant Singh

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    युवक!

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  • Economy

    इटली में प्रवासी कृषि श्रमिकों के बीच कोरोनवायरस संकट

    December 8, 2020 / 0 Comments

    इटली के दक्षिण में प्रवासी श्रमिक भीड़भाड़ वाले शिविरों में फंस गए हैं - वायरस की चपेट में, काम करने में असमर्थ और किसी प्रकार की आय के बिना।

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    Surya Kant Singh

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    कोरोना के दंश से बढ़ती असमानता

    April 19, 2020

    अर्थार्थ: पानी एक हिस्‍से में घुसा था, बैंकों का विलय अब पूरे जहाज़ को ले डूबेगा!

    September 5, 2019

    The Longest National Lockdown Ever

    March 25, 2020
  • Democracy,  Economy

    हम अमेज़ॅन जैसी समस्या का समाधान कैसे करें?

    December 3, 2020 / 0 Comments

    रमिकों के ऊपर अमेज़ॅन का अधिकार केवल सामाजिक और आर्थिक नहीं है। कंपनी की उत्पादक प्रक्रियाओं की तकनीकी शक्ति से थके हुए श्रमिक “रोबोट की तरह” महसूस करते हैं । हमें श्रमिकों, लोगों और ग्रह पर अमेज़ॅन की पकड़ को ढीला कर, अमेज़ॅन से भुगतान करवाने के लिए, नई रणनीतियों को खोजना होगा।

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    Surya Kant Singh

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    January 6, 2021

    Corona: The Solution to Human Parasite?

    April 7, 2020
  • Democracy

    पेरू: सड़कें जागृत हो रही हैं

    November 25, 2020 / 0 Comments

    आर्थिक विकास के प्रसिद्ध "पेरू चमत्कार" के एक दशक से अधिक बीत जाने के बाद, देश इस साल लैटिन अमेरिका में सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। गरीबी, असमानता और अनौपचारिकता के उच्च स्तर ने पेरू के आर्थिक मॉडल की विफलताओं को उजागर कर दिया है। एक अभूतपूर्व आर्थिक और स्वास्थ्य संकट के बीच, शक्ति-रिक्त पेरू के राजनीतिक संस्थानों ने पेरू के लोगों के शक्तिशाली जुटान के लिए स्थितियों को सुगम बनाया है।

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    Surya Kant Singh

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    December 3, 2020

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    अंतर्राष्ट्रीयवाद का संघर्ष

    May 23, 2020
  • Democracy

    अमेरिकी चुनाव ने एक बात साफ कर दी है: डोनाल्ड ट्रम्प का फासीवाद कोई भूल नहीं है

    November 10, 2020 / 0 Comments

    ट्रम्प भले ही राष्ट्रपति पद गंवा चुके हों, लेकिन उनका फासीवादी आंदोलन जारी है। हमें इसे हराना होगा। यहां हम जो कुछ भी कर रहे हैं, वह नवउदारवादी पूंजीवाद का कोई दुष्प्रभाव नहीं है। यह अपने आप में एक दुर्जेय सामाजिक-राजनीतिक ताकत है जिसे पराजित करने में एक पीढ़ी लग सकती है।

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    Surya Kant Singh

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    February 17, 2021

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  • Democracy

    Slavoj Zizek: ट्रम्प की नीतियों के शिकार खुद अपराध मिटाने में ट्रम्प की मदद कर रहे हैं

    June 4, 2020 / 0 Comments

    ट्रम्प श्रमिकों की हत्या के दोषी नहीं हैं, उन्होंने एक स्वतंत्र विकल्प बनाया, लेकिन ट्रम्प उन्हें ‘स्वतंत्र’ विकल्प की पेशकश करने के दोषी हैं, जिसमें जीवित रहने का एकमात्र तरीका मौत का जोखिम है, और वह उन्हें ऐसी स्थिति में डालकर उन्हें और अपमानित कर रहे हैं जिससे उन्हें अपने कार्यस्थल पर मरने के अपने ‘अधिकार’ के लिए प्रदर्शन करना पड़े।

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    Surya Kant Singh

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    May 5, 2020
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    अंतर्राष्ट्रीयवाद का संघर्ष

    May 23, 2020 / 0 Comments

    पूंजीवाद के संकट की इस निर्णायक घड़ी में पी.आई. काउंसिल के सदस्य एर्टुगरुल कुरकू के विचार

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    January 6, 2021
  • Uncategorized

    कलियुग से दुखी जनता को सतयुग और त्रेता में वापस खींच ले जाने के सरकारी नुस्खे

    May 13, 2020 / 0 Comments

    याद करिये, रामायण और महाभारत का पहला प्रसारण कब हुआ था? वह किस सरकार के अधीन हुआ था? क्या उस वक्त भी केवल ‘मनोरंजन’ हीं इसका ध्येय था? नहीं था, इसीलिए आज भी कई मंदिर ऐसे हैं जहां पर रामायण के किरदार राम और सीता की तरह पूजे जाते हैं, वहां बाकायदा उनकी तस्वीर स्थापित है। मेरे बचपन में जब रामायण और महाभारत का पुनः प्रसारण हो रहा था तब भी यानी नब्बे के दशक में लोग हाथ-पांव धोकर और अगरबत्तियाँ जलाकर रामायण और महाभारत देखने बैठते थे। यह इस बात को स्थापित करता है कि हमारे भीतर का भक्त मारा नहीं जा सकता। उलटे वह हल्की सी चिंगारी से…

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    Surya Kant Singh

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    June 27, 2019
  • Democracy

    अरुंधति रॉय: हमारा कार्य इस इंजन को बंद करना है

    May 11, 2020 / 0 Comments

    वरिष्ठ लेखिका और पी-आई काउंसिल की सदस्य अरुंधति रॉय कोविड-19 और “सुपर-सर्वेलेन्स” राज्य पर।

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    Surya Kant Singh

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    May 5, 2020

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    December 3, 2020
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